Raw milk – कच्चा दूध VS उबला दूध

दोस्तों वैसे तो ज्यादातर लोग दूध का इस्तेमाल उबालकर ही करते हैं। (raw milk) लेकिन कुछ लोग ऐसा भी मानते हैं कि दूध को उबालने के बाद उसमें पाए जाने वाले पोषक तत्व काफी हद तक नष्ट हो जाते हैं। So मन में यह सवाल उठता है। के दूध को कच्चा या फिर उबालकर पीना चाहिए।

पहले समझने वाली बात यह है कि लोग तो दूध का इस्तेमाल दो तरह से करते हैं। पहला तो खाने के रूप में और दूसरा चेहरे पर लगाने के रूप में So पहले हम यह जानेंगे कि कच्चे और उबले हुए दूध में से कौन सा दूध ज्यादा फायदेमंद होता है।

And उसके बाद हमें यह जानेंगे कि चेहरे पर इन दोनों दूध में से कौन से दूध का इस्तेमाल करना चाहिए दूध पीने के लिए कौन सा दूध अच्छा होता है उसे समझने के लिए हम दो बातों का समझना बहुत जरूरी होता है।

  1. कच्चे दूध में कौन-कौन से पोषक तत्व पाए जाते हैं and उस में पाए जाने वाले पोषक तत्व की मात्रा घटती है या बढ़ती है
  2. उबले हुए दूध में से कौन सा दूध हमारे शरीर में पच पाता है because (raw milk vs boilled milk) अच्छे से अच्छी चीज जब तक शरीर में पच नहीं जाती। उसको सही फायदा हमारे शरीर को मिले ही नहीं पाता हैं? कच्चे दूध में पाए जाने वाली चीज है।

raw milk vs boilled milk

1 cup raw milk 244 gram
Calories 150 पाए जाते हैं जिसमें
Protein 8 gram
Fat 8 gram
Carbohydrate 12 gram Calcium, Vitamin-B2, B12 की भी अच्छी खासी मात्रा होती है। और इसमें Vitamin A, D, K भी मौजूद होता है।

But इन सबसे लावा दूध में सबसे ज्यादा 88% पानी की मात्रा होती है। जैसे कि हमारे पहले ही जाना कि कुछ लोग मानते हैं। के दूध को गर्म करने के बाद उस में पाए जाने वाले पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं।

But कुछ तरह से तो सही है वह तो पूरी तरह से बिल्कुल भी नहीं सही Because जब दूध को गर्म किया जाता है। So उसके fat Carbohydrate Calcium मैं कोई भी बदलाव नहीं आता है।

Raw milk पर इसमें थोड़ी बहुत vitamin-B2, B12 की मात्रा कम हो जाती है। और 1 से 4% प्रोटीन भी खत्म हो जाते हैं। यह तो थोड़ी मात्रा में कम होते हैं। इससे तो कोई फर्क नहीं पड़ता। but फिर भी यह बात यहां समझ में आती है।

के थोड़ा ही सही लेकिन Raw milk दूध उबले हुए दूध के मुकाबले न्यूट्रिशनल के मामले में ज्यादा बेहतर होता है। because यहां सवाल ये उठता है जब कच्चे दूध में उबले हुए दूध के मुकाबले ज्यादा पोषक तत्व पाए जाते हैं।

तो क्यों ना दूध को उबालें के बजाय Raw milk कच्चा ही यूज़ किया जाए, जिससे कि हमें ज्यादा फायदा भी मिले, साथ ही साथ इसमें समय की भी बचत हो सकती है। because हमारे लिए समझने वाली बात यह है। की कच्चा दूध उबले हुए दूध के मुकाबले बेहतर तो होता है।

But यह आईनेट्रेक्शनल और एनिमल प्रोडक्ट होने की वजह से जैसे यह दूध को जानवर से बाहर निकालते हैं। उसके तुरंत ही बाद उसमें जानवर दूध हवा और बहुत सारे बैक्टीरिया दूध में प्रवेश कर जाते हैं ।

जिसकी वजह बैक्टीरिया को खत्म करने के लिए दूध को उबाला बहुत जरूरी हो जाता है। के शरीर को कोई नुकसान ना हो, लेकिन जब कोई व्यक्ति कच्चा दूध पीता है तो उसके साथ ही साथ उसके अंदर बैक्टीरिया भी साथ में प्रवेश कर जाता है। तब अगर व्यक्ति का इम्यून सिस्टम मजबूत रहता है।

तब वह फिर शरीर के अंदर ही बैक्टीरिया को मार देता है। but जब कभी बैक्टीरिया पेट में नहीं मर पाते, so हमारे शरीर के अंदर वह चिपक कर बैठ जाता है।

और वह शरीर के अंदर ही अंदर बढ़ता जाता है। and फिर तब व्यक्ति को इंफेक्शन, पेट दर्द, पाचन में गड़बड़ी, उल्टी, और बीमार जैसी बीमारी का शिकार हो जाता है।

Raw milk इतना ही नहीं लंबे समय तक कच्चे दूध का इस्तेमाल करने से शरीर में बैक्टीरिया की मात्रा इतनी ज्यादा बढ़ जाती है। के व्यक्ति गंभीर बीमारी का शिकार भी हो जाता है।

खासकर बच्चे बूढ़े और प्रेग्नेंट औरतों को कच्चे दूध का सेवन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए , because इन लोगों का इम्यूनिटी सिस्टम कमजोर होता है।

जिसके वजह से बैक्टीरिया के आने के चांस ज्यादा रहते हैं। अब इसमें कई लोग यह भी बोलेंगे कि मैं तो कच्चे दूध का इस्तेमाल करता हूं पर मुझे कुछ नहीं होता।

ऐसे लोगों के लिए मेरा यही कहना है कि शुरुआत में हर किसी को बैक्टीरिया प्रॉब्लम्स नहीं होती। Because इम्यूनिटी सिस्टम मजबूत होता है। जिसके कारण बैक्टीरिया से बच जाता है। But कच्चे दूध का लगातार सेवन करने से जैसे-जैसे बैक्टीरिया की मात्रा पेट में पढ़ती है। वैसे ही शरीर को नुकसान पहुंचने के वी चांसेस बढ़ जाते हैं।

so जानबूझकर कच्चे दूध का सेवन करने से अपने आप को खतरे में डालना बिल्कुल भी सही नहीं है। And इसलिए दूध को हमेशा उबाल के इस्तेमाल करना चाहिए। लेकिन कच्चा दूध हमारे सेहत के लिए बिल्कुल भी सटेबल नहीं होता।

Raw milk और यही वजह है कि Australia, Canada, denmark, hongkong, israel, korea, इन सब देशों में कच्चे दूध में लगाया गया है। ताकि लोग इससे होने वाले नुकसान से बच सके।

But अब जहां चेहरे पर लगाने की बात आती है। So चेहरे पर लगाने के लिए कच्चा दूध ज्यादा फायदेमंद होता है। जोकि लैक्टिक एसिड प्रोड्यूस करते हैं।

और लैक्टिक एसिड स्कैन में प्रोग्रेशंस करता है। स्किन को हाइड्रेट और स्मूथ बनाने में मदद करता है। And अगर Raw milk कच्चे दूध को शहद के साथ मिक्स करके चेहरे पर लगाया जाए।

so इसे और भी अच्छी तरह से काम करता है। और जो बुरे बैक्टीरिया कच्चे दूध के अंदर पाए जाते हैं। वो खुद को हमारे शरीर में जिंदा रखते हैं। बुरे बैक्टीरियस इनके ऊपर सरवाइव नहीं कर पाते।

इसलिए हमारी स्क्रीन को इस पूरे प्रक्रिया से कोई गलत नुकसान नहीं पहुंचा। So आप इसे अपने चेहरे पर अच्छे से लगा सकते हो, इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं है।

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