Best Banana Ke Benefits In Hindi | Information About Banana |

केले के फायदे – Banana Ke Benefits In Hindi

(Banana Ke Benefits In Hindi) केले द्वारा चिकित्सा केला मीठा , शीतल , ग्राही , भारी और चिकना होता है । यह अत्यंत स्वादिष्ट , शीतल , वीर्यवर्धक , पुष्टिकारक , रुचिकारक और मांस को बढ़ाने वाला है । पीले छिलके का केला हल्का , हरे छिलके का केला मध्यम प्रभाव वाला तथा लाल छिलकों वाला केला अधिक भारी होता है । केला कभी खाली पेट नहीं खाना चाहिए । इसे भोजन के साथ खाना चाहिए , मगर भोजन से पहले नहीं खाना चाहिए ।

केला अग्नि को मंद करता है , अतः मंदाग्नि की शिकायत में केला नहीं खाना चाहिए , बल्कि केला खाने की इच्छा तो , तो पहले अपनी पाचन – शक्ति और पाचन क्रिया का परीक्षण अवश्य कर लेना चाहिए । Best 6 Health Benefits देर से पचना और कब्ज पैदा करना इसका जन्मजात अधिकार है । बच्चों को यदि खांसी में केला खिलाया जाए , तो उन्हें न्युमीनिया हो सकता है । केला खाने के बाद पानी भी नहीं पीना चाहिए ।

मिट्टी खाना

जो बच्चा मिट्टी खाता हो , उसे 5 ग्राम शहद के साथ एक केता प्रतिदिन खिलाएं और कुछ दिनों तक प्रतिदिन खिलाएं । इस प्रयोग से बच्चों के पेट की मिट्टी बाहर आ जाती है और मिट्टी खाने की आदत भी सहज ही छूट जाती है ।

केला और शहद खाने के फायदे

उदय शूत : 20 ग्राम शुद्ध शहद में दो केले मिलाकर खाने से हृदय का दर्द बंद हो जाता है । कोई हृदय का अन्य रोग हो , तो वो भी दूर हो जाता है । आंत्रज्वर ( टाइफाइड ) में रोगियों के लिए केला एक आदर्श भोजन है । यह भूख और प्यास को कम करता है ।

पका केला खाने के फायदे

प्रदर रोग : दो पके हुए केले खाकर ऊपर से दूध में शहद मिलाकर पीने से श्वेत प्रदर में लाभ होता है । आठ ग्राम शुद्ध घी के साथ एक केला सुबह और शाम दस दिन तक खाएं । कैसा भी प्रदर होगा , ठीक हो जाएगा ।

सूजन का उपचार

सूजन : सूजन शरीर पर किसी भी कारण से आयी हो , केला खाने से लाभ होगा । दमा : दमे के रोगियों को केला नहीं खाना चाहिए । यह दमे के दौरे को उजागर करता है ।

मूत्र का रुकना Information About Banana in Hindi

केले के तने का रस चार चम्मच , देशी घी दो चम्मच मिलाकर पीने से बंद मूत्र खुल जाता है । जिन लोगों का मूत्र पथरी के कारण रुका हुआ हो , उन्हें केला लाभ पहुंचाता है । मूत्र की अधिकता : एक केला खाकर आधा कप आंवले के रस में स्वादानुसार शक्कर मिलाकर पिएं । इससे बार – बार पेशाब का आना बंद हो जाएगा । केवल केला खाने से भी अल्प लाभ हो जाता है । उच्च रक्तचाप यानि हाई ब्लडप्रेशर में केला बहुत लाभ करता है ।

केला के फायदे

सर्प आदि के काटने पर रोगी को केले के पत्तों पर लिटा दें , जिससे पत्तों का रस उसके रोमछिद्रों में पहुंचता रहे । इसके साथ ही केले के तने का रस बीस ग्राम निकालकर और छानकर , बारह काली मिर्च पीसकर , और रस में मिलाकर पिलाएं । रोगी यदि बेहोश हो गया हो , तो उसके मुंह में एकेक चम्मच रस डालते रहें । होश आ जाने पर आधा – आधा गिलास केले का रस थोड़े – थोड़े समय बाद पिलाते रहें । उपरोक्त क्रिया से विष प्रभावहीन हो जाता है और रोगी मरने से बच जाता है । जिस छिलके का रस निकाला गया हो , उसे दंश वाले स्थान पर बांध देना चाहिए ।

दस्त में क्या खाना चाहिए

केला कब्जकारक है । दो केले आधा पाव दही के साय कुछ दिन तक खाने से दस्त , पेचिश और संग्रहणी का रोग ठीक होता है ।

गैस्ट्रिक अल्सर

दूध और केला एक साथ खाने से इस रोग में लाभ होता है । केला खाएं व बीच – बीच में दूध पीते रहें । अम्लपित्तः पेट से गले तक जलन होने पर दो केलों को मथकर चीनी और इलायची मिलाकर खाएं । पके हुए केले पर घी डालकर खाने से पित्त की अधिकता शांत हो जाती है । केले के छिलके को बांध देने से चोट की सूजन नहीं बढ़ती है । पका हुआ केला और गेहूं का आटा पीसकर ( पानी में गूंथकर ) गर्म करके लेप करने से भी फायदा बहुत जल्दी होता है ।

Raw Banana Benefits In Hindi

क्षय : केले के पेड़ का ताजा रस अथवा सब्जी बनाने वाला कच्चा केला क्षय रोग को दूर करने में सक्षम है । तीन – चार महीने तक प्रयोग करें । यदि क्षय रोग हो , कष्टकर खांसी हो और खांसते समय अधिक मात्रा में कफ गिरता हो , रात्रि में पसीना अधिक आता हो तथा ज्वर तीव्र हो , दस्त भी लगे हों , भूख समाप्त हो गई हो और भार भी निरंतर घट रहा हो , तो केले के मोटे तने के टुकड़े का रस निकालकर और छानकर एक – दो कप ताजा रस हरेक दो घंटे के बाद पूंट – घूट करके तीन दिन तक रोगी को बराबर पिलाते रहें । इससे रोगी को बहुत लाभ होगा ।

Banana Ke Benefits In Hindi केले के पेड़ का रस हरेक 24 घंटे के बाद ताजा ही निकालना चाहिए । दो माह तक उपर्युक्त प्रयोग से क्षय रोग से मुक्ति मिल जाएगी । आठ – दस ग्राम केले के पत्ते दो सौ मि.ली. पानी में पड़े रहने दें । इस पानी को छानकर एक बड़ा चम्मच दिन में तीन बार पिलाते रहने से फेफड़ों में जमी गाढ़ी बलगम पतली होकर निकल जाती है । केले के पत्तों का रस शहद में मिलाकर क्षय ( टी . बी . ) के रोगी को पिलाते रहने से फेफड़ों के घाव भर जाते हैं । कफ में आश्चर्यजनक रूप से कमी हो जाती है तथा फेफड़ों से रक्त का जाना भी बंद हो जाता है ।

मुंह में छाले होने के कारण और उपाय

छाले यदि जुबान या गले में पाचन क्रिया के खराब होने के कारण छाले हो गये हों , तो एक केला गाय के दही के साथ प्रातः सेवन करें । लाभ होगा ।

दुबला शरीर मोटा कैसे होगा

दुबला शरीर : दो पके केले खाकर ऊपर से एक पाव गुनगुना दूध तीन महीनों तक नित्य लेने से शरीर मोटा हो जाता है । यदि अफारा हो , तो केले का सेवन नहीं करना चाहिए । चर्म रोग : दाद , खाज अथवा गंज आदि में केले के गूदे को नींबू के रस में पीस लें और लगाएं । पहले रोग उभरेगा , फिर ठीक हो जाएगा ।

जले हुए पर क्या लगाना चाहिए

जल जाना : आग की जलन को दूर करने के लिए केले को पीसकर लगाने से जलन शांत हो जाती है । एक गिलास दूध में शक्कर मिलाकर दो केलों के साथ निरंतर दस दिनों तक सेवन करने से नकसीर का पुराना रोग भी दूर हो जाता है ।

पेट की बीमारी की दवा

पेट के रोग : विभिन्न प्रकार के पेट के रोगों में भोजन के रूप में केला खाना लाभकारी होता है । यह अंतड़ियों की सूजन तक को समाप्त करने में सक्षम है । केले के पेड़ की शुष्क जड़ के चूर्ण को उष्ण जल के साथ लेने से लाभ होता है । एक बार में केवल दो ग्राम चूर्ण ही पर्याप्त होता है । पेट के कृमियों का नाश हो जाता है ।

मसूड़ों में मवाद का उपाय – Banana Ke Benefits In Hindi 2021

पीड़ा : तीन ग्राम जड़ के चूर्ण को घी में मिलाकर और गुड़ के साथ पकाकर खाने से उदर तथा दांतों और मसूड़ों की पीड़ा दूर हो जाती है ।

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