Jamun Ke Fayde Kya Hai | What Are The Benefits of Eating Jamun |

Jamun Ke Fayde Kya Hai जामुन के फ़ायदे क्या है

(Jamun Ke Fayde Kya Hai) जामुन द्वारा चिकित्सा जामुन को अत्यंत गुणकारी फलों में माना जाता है । ग्रीष्म ऋतु में यह सर्वत्र प्राप्त होती है । इसके वृक्ष के पत्ते , छाल तथा फल का गूदा , गुठली आदि सभी अत्यंत लाभकारी हैं । इसका रंग कुछ – कुछ काला , नीला और जामुनी – सा होता है ।

यह आकार में गोल और लंबोत्तरी होती हैं । इसका बाहरी छिलका काले रंग का ओर गूदा सफेद या लाल रंग का होता है । तथा गुठली बेर की गुठली की भांति सफेद रंग की होती है । कई जातियां और उप जातियां भी देखने को मिल जाती हैं । बड़ी जामुन स्वादिष्ट , विष्टंभी , भारी और रुचिकारी है , जबकि छोटी जामुन का फल भी ऐसा ही होता है ; विशेषकर दाह का नाश करता है ।

खाली पेट जामुन खाने के फायदे – Jamun Ke Fayde Kya Hai

जामुन का प्रभाव पेट के रोगों में विशेष हितकर होता है । जिन लोगों के पेट में दर्द हो , दस्त लगे हों अथवा अग्निमांध आदि से संबंधित रोग हों , उनके लिए जामुन का प्रयोग लाभकारी है । इन अवस्थाओं में जामुन का रस निकालकर उसमें सैंधा नमक मिला देना चाहिए ।

जामुन का रस पीने के फायदे

Jamun Ke Fayde Kya Hai फलों का रस पेट के अफारे को कम करता है । प्रतिदिन कम – से – कम एक सौ ग्राम जामुन काला या सैंधा नमक लगाकर खाएं । जामुन का सिरका पांच ग्राम की मात्रा में पानी के साथ लेने से भी फायदा होता हैं । साधारण या दुर्गन्धयुक्त डकार आने की अवस्था में भी सिरका लाभ करता है । Best 6 Health Benefits of Eating Cucumber  किन्तु डकार यदि बहुत खट्टी आ रही हों और गले में भी जलन हो , तो जामुन का सिरका प्रयोग न करें , बल्कि जामुन – वृक्ष की छाल को जलाकर उसकी राख एकेक ग्राम की मात्रा में शहद में मिलाकर गले में लगाने से लाभ होता है ।

बिस्तर में पेशाब करने का घरेलू उपाय

Jamun Ke Fayde Kya Hai जो बच्चे रात को सोते समय बिस्तर में पेशाब कर देते हों , उन्हें जामुन की गुठली पीसकर एक चाय की चम्मच की फंकी पानी से लेने से लाभ होगा और उनका बिस्तर पर पेशाब करना बंद हो जाएगा ।

जामुन की गुठली के फायदे

Jamun Ke Fayde Kya Hai 20 ग्राम जामुन की गुठली का चूर्ण प्रायः सायं ताजा पानी से ( आधा कप ) घोलकर अथवा जामुन की गुठली पानी में पीसकर और फिर पानी में घोलकर पीने या पिलाने से खूनी दस्त बंद हो जाते हैं ।

दस्त

दस्त किसी भी प्रकार के हों , जामुन के पेड़ की अढ़ाई पत्तियां पीस लें । फिर उसमें जरा – सा सैंधा नमक मिलाकर , उसकी गोली बना लें । सुबह – शाम एकेक गोली खाने से दस्त रुक जाएंगे ।

खांसी

जिन लोगों को कफ की सदा शिकायत रहती है और जिसके कारण खांसी उठती रही है , उन्हें जामुन की छाल का काढ़ा दोनों समय प्रयोग करना चाहिए ।

गले की आवाज कैसे बढ़ाएं

जामुन की गुठलियों को पीसकर और शहद में मिलाकर गोलियां बनाएं । दो – दो गोली नित्य चार बार चूसें । इससे बैठा हुआ गला खुलेगा तथा आवाज का भारीपन भी ठीक हो जाएगा । कुछ दिनों के लगातार सेवन से बिगड़ी हुई आवाज ठीक हो जाती है । इससे गले के अन्य रोगों को 17 भी लाभ होता है ।

मधुमेह – Jamun Ke Fayde Kya Hai

यह रोग आजकल बहुत तेजी से जड़ पकड़ता जा रहा है । मूत्र अथवा रक्त में शुगर का जाना आज आम बात हो गई है । इस रोग में जामुन की गुठली का चूर्ण एकेक ग्राग दिन में दो बार ताजा पानी से लेने से लाभ होता है । जामुन के कोमल पत्ते 250 ग्राम लेकर उबलते हुए जल में आधा घंटा तक रखने के बाद मसलकर छान लें । 56 Lemon Health Benefits

फिर इस जल के तीन भाग करके दिन में तीन बार सेवन करें । इस प्रयोग के समय में आलू , शक्कर और चावल आदि का प्रयोग बिल्कुल भी न करें । दस – दस ग्राम की मात्रा में जामुन का आसव दिन में तीन बार लेने से शीघ्र लाभ होता है ।

जामुन के फायदे बताएं

250 ग्राम जामुन का रस लेकर , उसमें एक किलोग्राम चीनी मिलाकर शर्बत के समान चाशनी हो जाने पर छान कर रख लें । इस शर्बत का प्रयोग शरीर की थकावट दूर करने के लिए और अरुचि में करना चाहिए । बालकों को उलटी होने या उलटी में खून आने की शिकायत में यह शर्वत बहुत लाभ करता है । बच्चों की अपचन की शिकायत में भी यह लाभ करता है ।

प्यास बढ़ाने के उपाय

यदि प्यास बहुत अधिक हो और बार – बार पानी से भी दूर न होती हो , तो जामुन खाने से लाभ होता है । जामुन प्यास शांत करने में अद्वितीय है ।

सौंदर्यवर्धक – Jamun Ke Fayde Kya Hai

जिन जवान लड़कियों / युवतियों के चेहरे पर युवावस्था में फुसियां ( मुंहासे ) निकल आएं , उनके चेहरे की आभा और सौंदर्य जिस कारण नष्ट प्रतीत होता हो , उन्हें जामुन की गुठली पानी में घिसकर मुंह पर लेप करने से बड़ा लाभ होगा । प्रयोग काल में गुड़ , तेल , खटाई और गरम पदार्यों का सेवन नहीं करना चाहिए ।

वीर्य का पतलापन

Jamun Ke Fayde Kya Hai जिनका वीर्य पतला हो और वो जरा – सी उत्तेजना से ही बह जाता हो , या संभोगकाल में शीघ्र ही स्खलित हो जाता | हो , तो उन्हें 5 ग्राम जामुन की गुठली का चूर्ण नित्य शाम को गर्म दूध के साथ लेना चाहिए । इससे वीर्य गाढ़ा तो होता ही है , बढ़ता भी है । शीघ्रपतन का रोग जड़ से मिट जाता है । इसे अधिक समय तक लेना चाहिए , तथा पूर्णरूपेण ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए ।

जिगर या तिल्ली का बढ़ जाना

चार ग्राम जामुन की गुठली का चूर्ण दिन में दो बार सुबह और शाम लेने से स्वप्नदोष की शिकायत दूर हो जाती है । इस रोग में जामुन का रस कपड़े में छानकर , उसमें रस से छठा भाग सैंधा नमक डालकर और बोतल में भरकर सात दिन तक रखा रहने दें । फिर पांच से दस ग्राम की मात्रा में दिन में एक बार प्रातःकाल सेवन करने से जिगर और तिल्ली ठीक हो जाती है ।

दांत मसूड़े दर्द का इलाज

दांत और मसूड़े रोगग्रस्त हो जाने से मुंह की शोभा समाप्त हो जाती है , अतः इन्हें सुरक्षित रखना चाहिए । यदि मसूड़े सूज जाएं , तो उसका प्रभाव खाये हुये अन्न के पाचन पर भी पड़ता है । ऐसी अवस्था में जामुन की छाल का काढ़ा बनाकर उसके कुल्ले करने से दाढ़ की सूजन दूर हो जाती है और हिलते हुए दांत मजबूत हो जाते हैं । प्रयोग काल में बादी चीजों का सेवन न करें ।

गर्भवती स्त्री को होने वाले दस्त

जामुन की छाल दस ग्राम को दो कप पानी में उबालकर चौथाई भाग शेष रहने पर छान लें और सौंफ , धनिया तथा भुने हुए जीरे का चूर्ण बनाकर दो – दो ग्राम की मात्रा में उसके साथ सेवन करें ।

पीलिया का इलाज हिंदी

जामुन खाते रहने से पीलिया का रोग ठीक हो जाता है । प्रदर : आजकल की स्त्रियों में प्रदर का रोग एक आम बात हो गई है और यह बात चिंताजनक भी है । इस रोग में स्त्री योनि से सफेद स्राव या रक्त निकलता है , जिससे स्त्री र को दुर्बलता का विशेष अनुभव होता है तथा कमर आदि में दर्द की शिकायत रहती है । इन दोनों ही अवस्थाओं में एक तोला जामुन की छाल को 100 ग्राम पानी में पकाकर तैयार किया गया काढ़ा ( जब वो मात्र 25 ग्राम ही शेष रह जाए ) पीने से कुछ ही दिनों में इस घातक रोग से मुक्ति मिल जाती है ।

विशेष – किसी भी प्रकार के प्रदर रोग के कारण जो स्त्रियां की दिनों – दिन दुर्बल होकर अपने सौंदर्य एवं युवा वस्था को खो चुकी हैं , उनके लिए भी यह औषधि कि परम उपयोगी है ।

पथरी का इलाज – Jamun

पका जामुन फल खाने से पथरी रोग में आराम होता है । अथवा जामुन की गुठली का चूर्ण दही के साथ खाएं ।

Jamun Ke Fayde Kya Hai जामुन के फ़ायदे क्या है
Jamun Ke Fayde Kya Hai जामुन के फ़ायदे क्या है

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