Badam Khane Ke Fayde । बादाम खाने से आपके होते हैं 11 fayde।

Badam Khane Ke Fayde
pixbay

बादाम खाने के फायदे।

बादाम द्वारा चिकित्सा में बादाम मेवा जगत् में प्रकृति ने (Badam Khane Ke Fayde) को नयन की आकृति देकर इसके गौरव को अधिक ऊंचा उठा दिया । कोषाकारों ने प्रकृति के अमूल्य अनुदान का मूल्यांकन किया । उसे नेत्रोपम की संज्ञा से संबोधित किया । वास्तव नेत्रोपम है । यह शरीर को नववीर्य प्रदान करता है , नये रक्त का निर्माण करता है तथा मस्तिष्क को अभिनव शक्ति देता है और हृदय को बलशाली बनाता है ।

औषधि निर्माण में मुख्यतः कागजी बादाम प्रयुक्त होता है । बादाम स्निग्ध , मधुर , उष्णवीर्य है , बाजीकर है ; नाड़ी – संस्थान के लिए बल्य है , वात हर है । कफ – पित्त वर्धक है । Shilajit Ke fayde हरेक दृष्टि से मानव जाति के लिए उत्तम मेवा है ।

1. वीर्य स्खलन

वीर्य स्खलन : | जिनका वीर्य सम्भोग के आरम्भ होते ही स्खलित हो जाए , ( निकल जाये ) उन्हें बादाम की गिरी 6 , काली मिर्च 6 दाने , सौंउ 2 ग्राम मिश्री इच्छानुसार , इन सबको मिलाकर चबा – चबाकर खाएं , ऊपर से दूध पिएं ।

2. शरीर की पुष्टि

शरीर की पुष्टि : बारह बादाम की गिरी रात को भिगो दें । सवेरे पीस लें । फिर कलई वाली पीतल की कढ़ाई में घी डालकर , उसमें पीसे हुए बादाम को डालकर सेकें । लाल होने से पहले ही आधा पाव दूध डालें । तीन उफान आ जाएं तो उतार कर ठंडा कर के चीनी मिलाकर पिएं । बादाम की गिरी और सौंफ समान मात्रा में बारीक कूट लें । एक चम्मच रात को सोते समय ठंडे पानी से लें । इससे स्मरण शक्ति बढ़ेगी , सिर – दर्द , कमजोरी दूर होगी , शरीर पुष्ट होगा , वीर्य बढ़ेगा , दुर्बलता दूर होगी ।

3. मस्तिष्क की दुर्बलता

मस्तिष्क की दुर्बलता : 10 बादाम रात को भिगो दें । सुबह छिलका उतार कर 12 . ग्राम मक्खन और मिश्री मिलाकर एक दो माह खाने से मस्तिष्क की कमजोरी दूर हो जाती है । यदि सम्भव न हो तो 40 दिन तक सात बादाम , मिश्री , सौंफ- प्रत्येक दस ग्राम पीसकर रात को गर्म दूध से लेने से मस्तिष्क की दुर्बलता दूर होती है ; स्मरण शक्ति बढ़ती है तथा उससे नेत्र ज्योति | तेज होती है । Gora Hone Ki Night Cream चश्मा लगाने की आवश्यकता नहीं रहती है ।

रात भर पानी न पियें । यदि यह भी न हो सके तो दस बादाम बारीक पीसकर आधा किलो दूध में मिलाएं । जब तीन उफान आ जायें तो उतार कर ठंडा कर के चीनी मिलाकर पिएं । बादाम की गिरी और सौंफ समान मात्रा में बारीक कूट लें । एक चम्मच रात को सोते समय ठंडे पानी से लें । इससे | स्मरण शक्ति बढ़ेगी , सिर दर्द , कमजोरी दूर होगी ।

4. कमी

कमी : एक बादाम और एक छुआरा रात को पानी में भिगो दें । प्रातः दोनों को पीसकर मक्खन , मिश्री के साथ तीन माह खायें , मासिक धर्म खुलकर अच्छी मात्रा में होगा ।

5. नेत्र रोग

नेत्र रोग : आंख के हर प्रकार के रोग- आंखों से पानी गिरना , आंख आना , आंखों की दुर्बलता , आंखों का थकना आदि में रात को बादाम की गिरी भिगोकर , प्रातः पीसकर कर पानी मिलाकर पी जाएं । ऊपर से दूध पिएं । सब तरह चक्षु रोग ठीक हो जाएंगे ।

6. चेचक

चेचक : पांच बादाम पानी में भिगोकर , पीसकर पिलाने से चेचक के दाने शीघ्र भर जाते हैं । तथा जल्दी ठीक हो जाते हैं ।

7. मोटापा

मोटापा : बारह बादाम की गुली रात को पानी में भिगो दें । प्रातः छिलका उतार कर पीस लें । इसमें एक छटांक मक्खन और थोड़ी – सी शक्कर मिलाकर डबल रोटी के साथ खाएं । ऊपर से एक पाव दूध पी लें । छः महीने में मोटे हो जाएंगे और | मस्तिष्क भी तेज होगा ।

8. तुतलाहट

STATE IN तुतलाहट : ( Stammering ) नित्य 12 बादाम भिगोकर , छील कर , पीसकर , आधा छटांक मक्खन मिलाकर कुछ महीने खाने से तुतलाना , हकलाना ठीक हो जाता है । साथ ही धीरे – धीरे लगा बोलने और बिना घबराहट के बोलने का प्रयत्न करना चाहिए । दस बादाम की गिरी , दस काली मिर्च दोनों को | बहुत बारीक पीस कर मिश्री मिलाकर चाटने से ठीक होता है ।

9. तुतलाना मूत्र की जलन

तुतलाना मूत्र की जलन : पांच बादाम की गिरी भिगो दें और फिर छील कर इनमें | सात छोटी इलायची और स्वादानुसार मिश्री मिला कर पीस कर एक गिलास पानी में घोल कर सुबह – शाम दो बार पिएं तो ऐसा करने से पेशाब की जलन ठीक हो जाएगी ।

10. हड्डियों की मजबूती।

हड्डियों की मजबूती : बादाम में चूना , लोहा , फासफोरस अधिक पाया जाता है जो बच्चों की हड्डियां मजबूत करता है ।

11. सूखी खांसी ।

सूखी खांसी : सूखी खांसी में बादाम मुंह में रखने से गला तर रहता है , | खांसी में लाभ होता है । बार – बार निरन्तर खांसी उठती हो , लेकिन कफ बाहर नहीं आता हो तो पांच बादाम भिगो दें और फिर उन्हें छील कर उतनी ही मिश्री मिला कर सुबह – शाम दो बार चाटें । लाभ होगा ।

Comments

No comments yet. Why don’t you start the discussion?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *