Amla Ke Fayde
Amla Ke Fayde आंवला द्वारा चिकित्सा वृद्ध च्यवन ऋषि जिस चटनी को खाकर फिर से जवान हो गए थे वो आंवले से ही निर्मित की गई थी (Amla Benefits In Hindi) और आगे चलकर उसी चटनी का नाम ‘ च्यवनप्राश ‘ पड़ा । आंवला स्वाद में कसैला , कुछ खट्टा और साथ ही कुछ मिठास लिए भी होता है । आयुर्वेद में जितनी प्रभावशाली और रासायनिक औषधियों का प्रतिपादन है , उसमें आंवला को ही सर्वोत्कृष्ट एवं सर्वगुण संपन्न माना गया है ।
महर्षि सुश्रुत और महर्षि चरक ने रसायन जगत् में आंवला को अत्यंत महत्त्वपूर्ण स्थान दिया है । आंवला ने काष्ठ औषधियों से लेकर रस औषधि की प्रक्रिया तक अपना महत्त्वपूर्ण योगदान दिया है । आधुनिक चिकित्सा विज्ञान ने भी ताजे और पके आंवला को भूख बढ़ाने वाला , पाचन करने वाला , पित्त को शांत करने वाला तथा वायु को निकालने वाला माना है । यह अत्यंत बलकारक और त्वचीय रोगों को नष्ट करने वाला है । Amla Benefits In Hindi
Amla With Honey Benefits
पिसा हुआ आंवला एक चम्मच , दो चम्मच शहद में मिलाकर चाटें और ऊपर से दूध पिएं । इससे स्वास्थ्य सदैव अच्छा रहता है । मन दिन भर प्रफुल्लित रहता है । प्रातः आधा कप ताजा आवंले के रस में दो चम्मच शहद व आधा कप ताजा पानी मिलाकर पिएं , ऊपर से गुनगुना दूध पिएं , इससे थके हुए ज्ञान – तंतुओं को उत्तम पोषण मिलता है । कुछ दिन नित्य पीने पर शरीर में नई शक्ति और चेतना आ जाती है । जो लोग सदा युवा , नीरोग और स्वस्थ रहना चाहते हैं , उन्हें प्रतिदिन प्रातःकाल ताजा आंवले का रस अवश्य पीना चाहिए ।
तीन ग्राम पिसे हुए आंवले का चूर्ण छह ग्राम शहद में मिलाकर , नित्य एक बार 30 दिनों तक लेने से श्वेत प्रदर में लाभ होता है । 20 ग्राम आंवले का रस शहद में मिलाकर 30 दिन लगातार पीने से यह रोग दूर हो जाता है । इस बीच गुड़ , तेल और खटाई का प्रयोग न करें ।
Amla Ka Murabba Benefits
आंवले का मुरब्बा खाने से स्मरण – शक्ति बढ़ती है । जिन स्कूली बच्चों को पाठ याद नहीं रहता , अथवा वृद्धावस्था में जिनकी स्मरण – शक्ति कमजोर हो जाए , उनके लिए अत्यंत लाभकारी है ।
Amla Powder Benefits In Hindi
पाचन – शक्तिवर्धक : भोजनोपरांत एक चम्मच सूखे आंवले के चूर्ण की फंकी लेने से पाचन – शक्ति बढ़ती है तथा शौच बंधकर आता है । health benefits
Amla Ke Fayde In Hindi
आंवला के सेवन से आंखों की दृष्टि बढ़ती है । एक गिलास पानी में छह ग्राम सूखा आंवला रात को भिगो दें । प्रातः इस पानी को छानकर आंखों को धोएं । इससे आंखों के सब रोग दूर हो जाते हैं और दृष्टि बढ़ती है । इसके साथ ही सूखे आंवले के चूर्ण की एक चम्मच फंकी रात को भोजन के बाद पानी से लें ।
Amla Powder Ke Fayde
Amla Benefits In Hindi जिन युवकों का हस्तमैथुन आदि कारणों से वीर्य पतला हो गया हो और इस कारण उनमें शीघ्रपतन का दोष उत्पन्न हो गया हो , वो आंवला का चूर्ण और पिसी हल्दी को समान मात्रा में लेकर , तवे पर घी में भूनें । भुन जाने पर उसमें दोनों के वजन के बराबर मिश्री मिलाएं । एक चाय के चम्मच भर सुबह – शाम गर्म दूध से इसकी फंकी लें । कुछ ही दिनों में वीर्य गाढ़ा होकर शीघ्रपतन का दोष दूर हो जाता है ।
पिसा हुआ आंवला
पिसा हुआ आंवला उबटन की भांति मलने से त्वचा साफ , चिकनी और मुलायम रहती है , तथा किसी प्रकार का चर्म रोग भी नहीं होता है । रक्तक्षीणता : आधा कप आंवले के रस में दो चम्मच शहद , थोड़ा – सा हृदय एवं मस्तिष्क पानी मिलाकर पीने से लाभ होता है ।
Well Amla Juice Benefits
Amla Benefits In Hindi एवं सायं आधा भोजन करने के बाद हरे आंवलों का रस ( 20 ग्राम ) पानी में मिलाकर पी लें , तब शेष आधा भोजन करें । इस प्रकार तीन – चार सप्ताह में ही स्वास्थ्य सुधर कर , हृदय तथा मस्तिष्क – संबंधी दुर्बलता दूर हो जाएगी । स्वप्नदोष : एक मुरब्बे का आंवला नित्य खाने से स्वप्नदोष में लाभ होता है । कांच के किसी वर्तन में बीस ग्राम सूखे आंवले का चूर्ण डालें । इसमें 100 ग्राम के लगभग पानी भरें और बारह घंटे तक भीगने दें । फिर छानकर इस पानी में एक ग्राम पिसी हुई हल्दी डालें और मिलाकर पी जाएं । स्वप्नदोष में इससे आश्चर्यजनक लाभ होता है ।
पेशाब की जलन
Amla Benefits In Hindi पेशाब की जलन : हरे आवंले का रस एक छटांक ( या 50 ग्राम ) , शक्कर या शहद 25 ग्राम , दोनों में थोड़ा पानी मिलाकर प्रातः सायं पिएं । यह मात्रा एक समय की खुराक का माप है । इसी भार में दो समय लें । इससे पेशाब की जलन दूर हो जाती है । पेशाब खुलकर आता है । कब्ज नहीं रहता । शीघ्रपतन में भी लाभकारी है ।
पेशाब में धातु का जाना
पेशाब में धातु का जाना : दो चम्मच आंवले का रस , दो चम्मच शहद में मिलाकर लें , इससे पेशाब में धातु का जाना बंद हो जाता है । इससे शरीर की दुर्वलता भी दूर हो जाती है ।
स्त्री के मूत्रांग में जलन
स्त्री के मूत्रांग में जलन : आंवले के ताजा रस में चीनी मिलाकर प्रतिदिन , प्रातःकाल पीने से जलन खुजली दूर हो जाती है ।
मधुमेह
मधुमेह : ताजे आंवले के रस में शहद मिलाकर पीने से मधुमेह ठीक हो जाता है ।
गर्भिणी
यदि किसी स्त्री को गर्भावस्था में अत्यधिक कै ( उलटी ) की शिकायत हो , तो उसे प्रतिदिन मुरब्बे के दो आंवले खाने चाहिए । इससे बहुत शीघ्र लाभ हो जाता है । उच्च रक्तचाप : आंव रक्त – शोधक है । प्रतिदिन आंवले का मुरब्बा खाने से कुछ ही दिनों में लाभ हो जाता है ।
चक्कर आना
गर्मी के कारण जिन्हें चक्कर आते हों , जी घबराता हो , उन्हें आंवले के मुरब्बे का प्रयोग प्रतिदिन करना चाहिए । आंवलों का रस पानी में मिलाकर सुबह – शाम चार दिन तक पीने से लाभ होता है । चक्कर आकर जिनकी आंखों के आगे अंधेरा छा जाए , उनके लिए विशेष हितकारी है ।
बालों का गिरना
बालों का गिरना : सूखे आंवले रात को पानी में भिगों दें और प्रातः इस पानी से सिर घोएं । इससे बालों की जड़े मजबूत होती हैं , तया बालों की प्राकृतिक सुंदरता बढ़ती है ।
वाल काले करना
वाल काले करना : मेंहदी और सूखा आंवला पीसकर , पानी में गूंथकर लगाने से बाल काले हो जाते हैं , साथ ही मुलायम , घने और लंबे भी होते हैं ।
खसरा की जलन
खसरा की जलन : आमतौर पर खसरा निकलने के बाद शरीर में जलन , खुजली हो , तो सूखे आंवलों को पानी में उबालकर , ठंडा होने पर इससे नित्य शरीर धोएं । इससे जलन और खुजली दूर होती है ।
गठिया
गठिया : एक गिलास पानी में 25 ग्राम सूखे आंवले , 50 ग्राम गुड़ डालकर उबालें । चौथाई पानी शेष रहने पर इसे छानकर दो बार नित्य पिलाएं या पिएं । इस अवधि में बिना नमक की रोटी तथा मूंग की दाल में सैंधा नमक , काली मिर्च डालकर खाएं और हवा से बचें ।
दांत में कीड़ा
दांत में कीड़ा : यदि कीड़ा लगने के कारण दांत में तेज दर्द हो , तो आंवले के रस में जरा – सा कपूर मिलाकर दांत पर लगाएं । दर्द कुछ ही देर में दूर हो जाएगा ।
आंखें
आंखें : त्रिफला रात को पानी में मिट्टी के किसी बर्तन में भिगो दें और प्रातः छानकर इस पानी से आंखें धोने से वो सदा नीरोग रहती हैं ।
खांसी
खांसी : पिसा हुआ आंवला एक चम्मच , एक चम्मच शहद मिलाकर दिन में दो बार चाटने से खांसी को आराम होता है ।
आवाज बैठना
आवाज बैठना : पिसे आंवले की फंकी पानी से लेने से गला खुल जाता है और आवाज साफ हो जाती है ।
कब्ज
कब्ज : रात को एक चम्मच पिसा हुआ आंवला पानी या दूध से लेने से , सुबह शौच साफ आता है और कब्ज भी नहीं रहता है ।
दस्त
दस्त : दस्त अधिक मात्रा में हों , तो सूखे आंवले का चूर्ण काता नमक मिलाकर , एक चम्मच की मात्रा में पानी के साथ लेने से , तुरंत बंद हो जाते हैं ।
Amla Benefits In Hindi
दो चम्मच आंवले के रस में इतनी ही मिश्री मिलाकर ल । | यदि पास में आंवले का चूर्ण हो , तो उसमें मिश्री पीसकर और मिलाकर पानी से फंकी लें । इससे रक्तपित्त भी ठीक हो जाता है ।
नकसीर
नकसीर : सूखे आंवलों को रात में पानी में भिगोकर रख दें और प्रातः उस पानी से सिर को धोएं । आंवले का मुरब्बा खाएं । इससे नकसीर का रोग दूर हो जाता है । नकसीर तुरंत बंद करने के लिए निम्न उपाय भी किए जा सकते हैं
- आवंले के रस को नाक में टपकाएं ।
- आंवले के रस को दोनों हाथों पर मलकर सुंघाएं ।
- आंवलों को पीसकर सिर पर लेप करें ।
- आंवलों को पानी में भिगोकर उस पानी को सिर पर लगाएं ।
गर्मी से बचाव
गर्मी से बचाव : आंवले का शरबत पीने से प्यास दूर हो जाती है तथा गर्मी के रोगों से बचाव होता है ।
तुतलाना
तुतलाना : जो भी बच्चा , बड़ा तुतलाकर या हकलाकर बोलता है , उसे प्रतिदिन आंवला चबाना चाहिए । कुछ ही दिनों में जुबान पतली होकर आवाज सही हो जाती है ।
जीर्ण ज्वर
जीर्ण ज्वर : सूखे आंवले को मूंग की दाल में पकाकर खाएं ।
पवरी – Amla Benefits In Hindi
पवरी : आंवले का चूर्ण मूली के साथ खाने से मूत्राशय की पथरी में लाभ होता है ।
खूनी बवासीर
खूनी बवासीर : सूखे आंवले को बारीक पीसकर प्रातः सायं एकेक चम्मच छाछ या गाय के दूध से लेने से खूनी बवासीर में लाभ होता है । कुष्ट रोग : एकेक चम्मच आंवले के चूर्ण की फंकी सुबह – शाम लेने से ही आराम हो जाता है । कृमि : ताजा आंवले का रस 1 औंस नित्य पांच दिन तक पीने से पेट में कृमि ( कीड़े ) नष्ट हो जाते हैं ।
कटने से रक्तस्राव
कटने से रक्तस्राव : कटे हुए स्थान पर आंवले का ताजा रस लगाने से रक्तस्राव ( खून का आना ) बंद हो जाता है ।
हृदय रोग
हृदय रोग : आंवले का प्रयोग हृदय रोग में अत्यंत लाभकारी है । निम्न उपाय करने से लाभ शीघ्र होता है
- पिसा हुआ आंवला गाय के दूध के साथ लेने से हृदय के समस्त रोग दूर हो जाते हैं ।
- सूखा आंवला और मिश्री समान मात्रा में लेकर पीसें । इसकी एक चाय की चम्मच की फंकी नित्य पानी से लेने से लाभ होता है । हृदय की कमजोरी दूर होता है
- आंवले का मुरब्बा दूध से लेने से सभी हृदय के रहता है । विकार दूर हो जाते हैं और स्वास्थ्य भी अच्छा बना रहता है ।
झुर्रिया व झाई
झुर्रिया व झाई : रोजाना प्रातः व सायं को किसी भी असली तेल की होती धीरे – धीरे मालिश करें । रात को कांच के किसी गिलास में पानी भरकर इसमें दो चम्मच पिसा हुआ आंवला भिगों दें और प्रातः पानी छानकर , उससे चेहरा धोएं । कुछ ही दिनों में झुर्रियां और झाई दूर हो जाती हैं ।
जवान रहें – Amla Benefits In Hindi
जवान रहें : सूखा आंवला पीसें । इसे दो चम्मच लेकर दोनों समय भोजन के साथ रोटी से खाएं । बुढ़ापा देर से आएगा और अधिक समय तक जवानी कायम रहेगी ।
Amla Murabba Benefits
संस्थान की दुर्बलता : बनारसी आंवले का मुरब्बा एक नग प्रातः खाली पेट खूब चबा – चबाकर खाने और उसके एक घंटे बाद तक कुछ भी न लेने से मस्तिष्क के ज्ञान – तंतुओं को बल मिलता है और स्नायु – संस्थान ( नर्वस – सिस्टम ) शक्तिशाली बनता है ।
सफेद बाल
Amla Benefits In Hindi सफेद बाल : एक चम्मच भर आंवले का चूर्ण दो बूंट पानी के साथ सोते समय अंतिम वस्तु के रूप में लें । असमय बाल सफेद होने पर यह जादू जैसा असर करता है । सूखे आंवले के चूर्ण को पानी के साथ लेई ( पेस्ट ) सा बनाकर इसका खोपड़ी पर लेप करने और पांच मिनट बाद सिर को साफ पानी से धो लेने मात्र से ही बाल सफेद होने और गिरने बंद हो जाते हैं ।
बालों का सौंदर्य
Amla Benefits In Hindi बालों का सौंदर्य : 25 ग्राम सूखा आंवला के साथ 25 ग्राम शिकाकाई को अच्छी तरह कूटकर रात को 500 ग्राम पानी में भिगो दें । प्रातः इस पानी को मसल कर , कपड़े से छानें और सिर पर मलें । पन्द्रह मिनट बाद सिर धो लें । जब बाल अच्छी तरह सूख जाएं , तो नारियल का तेल लगाएं । इस प्रयोग से बाल लंबे , घने और रेशम की तरह मुलायम और चमकदार हो जाएंगे । इससे बाल झड़ने भी बंद होंगे ।
बलगम
बलगम : 100 ग्राम सूखा आंवला और 100 ग्राम मुलहठी को अलग – अलग बारीक करके पीसें और फिर मिलाकर रख लें । इसमें से एकेक चम्मच चूर्ण दिन में दो बार खाली पेट प्रातः सायं दो सप्ताह तक नियमानुसार लें । बलगम एकदम साफ हो जाएगा ।
गले के छाले
गले के छाले : उपरोक्त आंवला और मुलहठी के चूर्ण में बराबर वजन की मिश्री मिलाकर , 6 ग्राम चूर्ण 250 ग्राम दूध में डालकर पिएं । गले के छालों को शीघ्र आराम हो जाएगा ।
यकृत के रोग
यकृत के रोग : आंवलों का रस 25 ग्राम या सूखे आंवलों का चूर्ण चार ग्राम , पानी के साथ दिन में तीन बार सेवन करने से 15-20 दिनों में यकृत के सारे रोग दूर होते हैं ।
पानी जैसे दस्त
पानी जैसे दस्त : 25 ग्राम सूखे आंवले को पानी में अच्छी तरह पीसकर लुगदी – सी बना लें । रोगी की नाभि के चारों ओर उस लुगदी का कुएं की तरह गोल पेरा – सा बना दें । नामि के बीच में जगह खाली रहे । अब इस घेरे में अदरक का रस भर दें और रोगी को चित्त लिटा दें । इस क्रिया से , बिना कोई दवा खाए , अत्यंत भयंकर , प्रबल पानी की भांति और न रुकने वाले नदी के वेग के समान तथा समुद्र के समान हिलोरे मारते दस्त भी एकदम रुक जाते हैं ।
Dry Amla Benefits
सूखा आंवला और काला नमक बराबर लें । सूखे आंवलों को भिगोकर मुलायम हो जाने पर काला नमक डालकर बारीक पीसें और झरबेरी के बेर के बराबर गोलियां बनाकर घूप में सुखा लें । संग्रहणी तथा पुरानी पेचिश में एक गोली को चूसकर ठंडे पानी के दो बूंट लें । दिन में दो बार भोजन के आधा घंटा बाद लें । संग्रहणी तथा पुरानी पेचिश कुछ ही दिनों के प्रयोग से ठीक हो जाती है । यदि पेट में दर्द और पीड़ा हो , तो गर्म पानी से एक या दो गोली लें अथवा मुंह में डालकर चूसें । शीघ्र लाभ हो जाएगा ।
हरे आंवलों को कुचलकर उनका रस निकालें । फिर 20 ग्राम रस में 20 ग्राम शहद मिलाकर , सुबह व्यायाम अथवा भ्रमण के बाद पी लें , तथा दो घंटे तक भी कुछ न लें । तीन महीने में ही काया पलट हो जाती है । सदा स्वस्थ और नीरोग रहने का यह एक श्रेष्ठ योग है ।
हार्टफेल
हार्टफेल : आंवला का सेवन आयु – पर्यन्त करते रहने से अचानक हृदय गति रुकने ( हार्टफेल ) की कोई संभावना नहीं रहती । पातुशोधक : 10 ग्राम आंवले के रस में 10 ग्राम शहद मिलाकर नित्य प्रातः दो महीने पीने से वीर्य – विकार नष्ट होकर धातु – शुद्धि होती है ।