(sim swap fraud) सिम स्वाइप के जरिए फ्रॉड की घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं ।
अगर आपके पास भी 2 जी , उजी सिम को 4 जी ई – सिम में अपग्रेड के लिए कॉल आती है।
so सावधान हो जाना चाहिए । कॉलर सिम स्वाइप करके या सिम बदल कर एकाउंट खाली कर सकता है ।
इस संबंध में डीसीपी साइबर क्राइम , दिल्ली ने ट्विटर हैंडल के माध्यम से लोगों को आगाह किया गया है ।
आइए जानते हैं कैसे सिम स्वाइप से बचा जा सकता है।
Sim swap fraud – ऐसे हो रहा है फ्रॉड
Sim swap fraud सिम स्वाइप साइबर फ्रॉड का नया तरीका है । साधारण शब्दों में कहें , so इसका मतलब होता है कि sim-sim कार्ड को चेंज करना ।
But जब यह बिना आपकी जानकारी के होता है , तो समझ लीजिए , यह एक फ्रॉड एक्टिविटी है ।
इसके लिए जालसाज फिशिंग , विशिंग आदि के जरिए पीड़ित के बैंक एकाउंट की डिटेल और मोबाइल नंबर हासिल कर लेता है ।
फिर वह मोबाइल ऑपरेटर के आउटलेट पर फेक आइडी प्रूफ के साथ जाता है,
and ओरिजिनल सिम कार्ड को ब्लॉक करा कर नया सिम कार्ड हासिल कर लेता है ।
so इसके बाद नए सिम और बैंक डिटेल का इस्तेमाल करबैंक से गलत तरीके से ट्रांजैक्शन कर लेता है ।
how to escape – कैसे बच सकते हैं Sim swap fraud
Sim swap fraud अगर 2 जी या उजी सिम को अपग्रेड करने के लिए कोई कॉल आती है , so उस पर बिल्कुल भी विश्वास न करें । यह धोखा हो सकता है ।
अगर कॉलर द्वारा कोई एसएमएस प्राप्त होता है , तो उसे टेलीकॉम प्रोवाइडर को सेंड न करें ।
जैसे ही एसएमएस रिसीव होगा , टेलीकॉम ऑपरेटर आपके सिम को डीएक्टिवेट कर जालसाज को सिम जारी कर देगा ।
कॉलर के कहने पर किसी एप्स और लिंक्स को बिल्कल भी ओपन करें अगर सिम डीएक्टिवेट हो जाता है
so बैंक से तुरंत कॉन्टैक्ट करें और उस नंबर से जुड़े बैंक एकाउंट को सिक्योर करवा लें और पासवर्ड बदल लें ।
अगर कोई फ्रॉड हो जाता है , so साइबर रिपोर्टिंग पोर्टल https://cybercrime.gov.in/ पर भी शिकायत दर्ज करा सकते हैं ।