kitne mahasagar hai
हेलो फ्रेंड्स आज हम आपको बताने जा रहे हैं। Mahasagar Kitne Hai दुनिया के पांच महासागरों के बारे में, शुरू प्रशांत महासागर यानी पेसिफिक ओशियन प्रशांत महासागर दुनिया का सबसे बड़ा और गहरा महासागर है। पृथ्वी का 30% हिस्सा प्रशांत महासागर से घिरा हुआ है।
इसका कुल क्षेत्रफल 16 करोड 5250000 वर्ग किलोमीटर है। अमरीका ऑस्ट्रेलिया महाद्वीपों की सीमाओं को छूता है।
Mahasagar Kitne Hai – Prithvi par kitne mahasagar hai
- प्रशांत महासागर।
- बंद महासागर ।
- किस महासागर ।
- हिंद महासागर।
- दक्षिण ध्रुव या महासागर।
प्रशांत महासागर – Mahasagar Kitne Hai
प्रशांत महासागर को 1521 में पुर्तगाली खोजकर्ता फर्डिनेंड मैगलन में हो जाता इस महासागर में 25 हजार से ज्यादा टापू मौजूद है। और धरती की सबसे गहरी जगह मरीना ट्रेंच भी प्रशांत महासागर में ही मौजूद है। प्रशांत महासागर की औसत गहराई 14040 फीट है। और अधिकतम गहराई 35797 फीट है। प्रशांत महासागर की आकृति त्रिभुजाकार की है। एक अध्ययन में पाया गया है। कि प्रशांत महासागर सबसे प्रदूषित महासागर है। प्रशांत महासागर में प्लास्टिक के लगभग 2 ट्रिलियन टुकड़े हैं।
बंद महासागर – Mahasagar Kitne Hai
बंद महासागर यानी अटलांटिक ओशन अटलांटिक ओशन जिसे हिंदी में अंध महासागर कहते हैं। यह दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा महासागर है। कहा जाता है। कि सभी महासागरों में से सबसे खारा पानी अंध महासागर किस महासागर का कुल क्षेत्रफल 10 करोड 6460000 वर्ग किलोमीटर है। अंध महासागर सभी महासागरों में से सबसे पुराना महासागर है। क्योंकि डायनासोर के समय से है। Prithvi Se Surya Ki Duri |
किस महासागर – Mahasagar Kitne Hai
किस महासागर में आज भी ऐसी कोई चीज दबी हुई है। जो खोज कर्ता के लिए एक दिलचस्प विषय है। अंध महासागर पहला महासागर है। जिसे हवाई जहाज और समुद्री जहाज से पार किया गया था। अंध महासागर में कई छिपी हुई बर्फीले चट्टाने है। इतना ही नहीं दुनिया की सबसे रहस्यमई जगह बरमूडा ट्रायंगल भी अंध महासागर में मौजूद है इस महासागर की अधिकतम गहराई लगभग 8376 हिंद महासागर ज्ञानी इंडियन ओशन इंडियन ओशन जैसा कि नाम से ही पता चल रहा है। किस महासागर का नाम अपने देश इंडिया के नाम पर रखा गया है।
इस महासागर को हिंदी में हिंद महासागर क्यों, क्योंकि हिंदुस्तान की सीमाओं को छूता है। यह इकलौता महासागर है। जिसका नाम किसी देश पर रखा गया है। यह दुनिया का तीसरा सबसे विशाल महासागर है। जिसका क्षेत्रफल 7 करोड 560000 वर्ग किलोमीटर है। 3:00 पर मौजूद पानी में से 20% पानी हिंद महासागर में ही है। Chand Earth Se Kitna Dur Hai
हिंद महासागर – Mahasagar Kitne Hai
हिंद महासागर विदेशी पौधे और समुद्री जानवरों के लिए भी काफी समृद्ध है । आठवीं शताब्दी से ही हनुमासागर व्यापारियों के लिए एक देश से दूसरे देश में व्यापार करने का एक बड़ा जरिया रहा भारत की कई बड़ी नदियां जैसे कि गंगा ब्रह्मपुत्र कृष्णा गोदावरी नर्मदा कावेरी आदि न दिया आखिर में आकर हिंद महासागर में ही विलीन हो जाती है। अक्षर रूबिया महासागर यानी अंटार्कटिक ओशन यह महासागर दुनिया का चौथा सबसे बड़ा महासागर है। इसका कुल क्षेत्रफल 14000000 1 किलोमीटर है। जो महासागर साउथ पोल के पास पर थे इसलिए इसे दक्षिण ध्रुव महासागर कहा जाता है।
सर क्यों के समय में इस महासागर के अधिकतर हिस्सों में बर्फ जम जाती है । सबसे ज्यादा प्रजातियां अंटार्टिका द्वीप पर ही पाई जाती है। यह द्वीप दक्षिण ध्रुव महासागर से लगा हुआ है। पृथ्वी के दक्षिण ध्रुव के पास स्थित होने से इस महासागर का तापमान में एक का एक बदलाव होते रहते हैं। जिससे की खोज करता हो तो इसके मौसम की स्थिति बाप पाना काफी मुश्किल हो जाता है।Duniya Mein Kul Kitne Desh Hain
दक्षिण ध्रुव या महासागर – Mahasagar Kitne Hai
दक्षिण ध्रुव या महासागर को ऑस्ट्रेलिया महासागर भी कहा जाता है। यह पृथ्वी पर चौथा सबसे बड़ा महासागर है। यह पृथ्वी की सतह का केवल 6% ही कवर करता है। उत्तर ध्रुवीय महासागर यानी आर्कटिक ओसियन उत्तर ध्रुवीय महासागर दुनिया का सबसे छोटा महासागर है । इसका कोई क्षेत्र 1 रूट 4056000 वर्ग किलोमीटर है। यह सागर अमेरिका आइसलैंड ग्रीनलैंड नॉर्वे कनाडा और रसिया जैसे देशों की सीमाओं को छूता है। यह महासागर पृथ्वी के नोट पर स्थित है। इसलिए इस महासागर के अधिकतर हिस्सों में बर्फ के ग्लेशियर देखने को मिलते हैं। महासागर
यही वजह है। कि यह महासागर सभी महासागरों में से सबसे ठंडा महासागर है। क्यों सागर इतना ठंडा होने के कारण इस महासागर में जीव जंतु बहुत कम ही पाए जाते हैं। सभी महासागरों में से सबसे कम खारा पानी इसी महासागर में पाया जाता है। 2012 में कनाडा अमेरिका रसिया डेनमार्क और नार्वे सहित 5 देशों ने मछली पकड़ने पर 16 साल के प्रतिबंध पर सहमति व्यक्त की ताकि जल की पारिस्थितिकी प्रणाली का अध्ययन किया जा सके।