Internetworking – what is internetworking – Do you know how the Internet works इन हिंदी

फ्रेंड्स जो वीडियोस आप अपने फोन में देख रहे हैं। (Internetworking) So आप इंटरनेट की वजह से देख रहे हो but क्या आपको पता है, कि इंटरनेट काम कैसे करता है शायद आपको नहीं पता होगा But आज आपको पता चल जाएगा इंसान बिना खाए पिए 3 घंटे रह सकता है।

लेकिन 30 मिनट भी इंटरनेट के बिना रहना आपके लिए मुश्किल हो जाएगा ऐसे में अगर सोचा जाए तो इंटरनेट कितना ज्यादा जरूरी है कोई भी इसके बिना 1 मिनट भी नहीं रह सकता। आपको अंदाजा लग गया होगा। लेकिन यहां सवाल यह आता है।

इंटरनेट काम कैसे करता है – Internetworking

Internetworking जिस इंटरनेट के पीछे सारी दुनिया पड़ी है जो कोई इसके बिना नहीं रह सकता हो, but आखिर काम कैसे करता है इंटरनेट 200 आप से हजारों दूर डाटा सेंटर मौजूद होता है। And इंटरनेट पर मौजूद चीजों को उसके अंदर सटोर किया जाता है।

जिससे सबसे बड़ा एग्जांपल जो आप अपने फोन पर you tube पर वीडियो देख रहे हैं, वह भी उसी में सटोर है। अब ऐसे में सवाल सामने यह आता है कि यह डाटा आपके मोबाइल या आपके लैपटॉप पर कैसे पहुंचता है।

but इसके रिलेटेड आपके मन में सवाल जरूर आता होगा। (Internetworking) कि जो हमारे पास इंटरनेट आता है। वह सेटेलाइट के जरिए आता है। But हम आपको बता दें सेटेलाइट के जरिए किसी भी वीडियो या फिर एप्लीकेशन का आपके तक पहुंचने का जो रास्ता होता है।

बहुत लंबा होता है। वैसे तो ऐसे में बहुत सारी रुकावटें आ सकती है। but जो बिल्कुल भी नहीं चाहिए। इंटरनेट ऑप्टिकल फाइल के जरिए आप तक पहुंचाया जाता है।

दोस्तों यही ऑप्टिकल फाइबर डाटा सेंटर आपके डिवाइस के बीच में जोड़ता है। because डिवाइस इंटरनेट से जुड़ा है। चाहे वह सरवर हो या कंप्यूटर and मोबाइल फोन, जैसे आपके घर का एड्रेस होता है।

और जब आपके घर पर कोई कोई चीज भेजता है, So वह आपके एड्रेस पर ही भेजता है। ठीक उसी तरह मोबाइल फोन और उसी तरह अन्य चीजों का भी आईपी एड्रेस होता है।

Internetworking जिसके जरिए इंटरनेट पर मौजूद डाटा आप तक पहुंचता है, जब भी किसी से इंटरनेट लेते हैं। फिर चाहे वो मोबाइल हो या फिर हाई-फाई सरवर यह सभी लोग आप तक इंटरनेट आपके IP ऐड्रेस से आप तक इनफॉरमेशन पहुंचाते हैं। हालांकि डाटा सेंटर के सर्वे में एक आईपी एड्रेस होता है।

सरवर एक वेबसाइट को जागृत करता है। So आप सर्वर के आईपी ऐड्रेस को जानकर किसी भी साइट को इंप्रूव कर सकते हैं।जो जानकर किसी भी साइट को इंप्रूव कर सकते हैं। आईपी एड्रेस याद करना मुश्किल है। इस समस्या को हल करने के लिए।

Domain name – Internetworking

Internetworking Domain name जैसे कि youtube.com facebook.com Amazon.com आदि का प्रयोग किया जाता है। जो आईपी एड्रेस का अनुरूप होता है।

एक और बात ध्यान में रखनी जरूरी है। (Internetworking) वह यह है कि कई सारे सरवर में वेबसाइट संग्रहित करने की क्षमता होती है।

और यदि सरवर में कई सारी वेबसाइट होती है। so ओशो की वेबसाइट को सर्वर के आईपी ऐड्रेस से एक्सेस में किया जा सकता। इंटरनेट का उपयोग करने के लिए हम कंपलेक्स आईपी एड्रेस के बजाय डोमेन नेम यूज करते हैं। हमारे डोमेन नेम के अनुरूप इंटरनेट को आईपी ऐड्रेस कहां पर मिलते हैं।

Youtube.com – Internetworking

Internetworking दोस्तों हम आपको बता दें DNS इस काम के लिए इंटरनेट एक विशाल केवल फोन बुक का उपयोग करता है। यदि आप किसी व्यक्ति का नाम जानते हैं, But उनका आप टेलीफोन नंबर नहीं जानते, तो आप बस इस केवल फोन से देख सकते हैं। DNS इंटरनेट को समाज सेवाएं प्रदान करता है।

आप डोमेन नेम सर्च करें आईपी ऐड्रेस प्राप्त करने के लिए DNS सर्विस के लिए अनुरोध भेजता है। आईपी एड्रेस को प्राप्त करने के बाद आपका browser डाटा सेंटर केवल फॉरवर्ड कर देता है।

विशेष रूप से संबंधित सरवर के माध्यम से हजारों मिली मीटर का सफर भी तय करना पड़ता है। because अपनी यात्रा के दौरान उन्हें अक्सर कठिन इलाकों जैसे कि पहाड़ी इलाकों या फिर समुंदर के नीचे से गुजारना पड़ता है।

हालांकि आप फ्लोरल डाटा का प्रयोग करके इंटरनेट चलाते हैं। So चीजों को प्रबंधित करने के लिए ऑर्गेनाइजेशन होना जरूरी है।

जैसा कि आईपी ऐड्रेस असाइनमेंट डोमेन, नेम, रजिस्टर आदि इंटरनेट कॉरपोरेशन, but इस साइननेट एक संस्था द्वारा प्रबंधित किया जाता है।

So दोस्तों आपको पता चल गया होगी जो आप डाटा चला रहे हो वह किस तरफ से आपके मोबाइल या आपके लैपटॉप पर आता है। ऐसे में सबकुछ ऑप्टिकल फाइबर केबल की मदद से होता है।

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