Corona india -15 लाख से ज्यादा ने दी करोना को मात

देश में पिछले कुछ दिनों से रोजाना 60 हजार से ज्यादा (corona india) संक्रमण के नए मामले सामने आ रहे हैं । But अच्छी बात ये है कि 50 हजार से अधिक मरीज प्रति दिन ठीक भी हो रहे हैं ।

कुल स्वस्थ हुए मरीजों की संख्या भी करीब साढ़े 15 लाख के करीब पहुंच गई है । संक्रमितों का आंकड़ा एक दिन पहले ही 22 लाख को पार कर गया था । करीब 45 हजार लोगों की अब तक जान भी जा चुकी है ।

राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों से पीटीआइ व अन्य स्रोतों से रात आठ बजे तक मिली सूचनाओं के मुताबिक रविवार देर रात से अब तक 18,646 नए मामले सामने आए हैं and संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर 22 लाख 28 हजार 147 हो गया है ।

so इस दौरान 15,658 मरीज ठीक हुए हैं और स्वस्थ हुए लोगों की संख्या 15 लाख 40 हजार 873 हो गई है । सक्रिय मामले छह लाख 42 हजार 479 रह गए हैं ।

इस महामारी से मरने वालों की संख्या 44,379 हो गई है । वहीं, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से सुबह आठ बजे जारी आंकड़ों के मुताबिक संक्रमितों की संख्या 22 लाख 15 हजार 74 और मृतकों की संख्या 44,386 हो गई है ।

बीते चौबीस घंटे के दौरान 62,064 नए मामले सामने आए और 1,007 लोगों की मौत हुई । कुल 15 लाख 35 हजार 743 मरीज पूरी तरह से ठीक हो चुके हैं ।

और सक्रिय मामले छह लाख 34 हजार 945 रह गए हैं । मरीजों के स्वस्थ होने की दर बढ़कर 69 फीसद हो गई है । because कोरोना संक्रमण का पता लगाने के लिए रविवार को चार लाख 77 हजार 23 नमूनों की जांच हुई और अब तक हुए परीक्षण की संख्या बढ़कर दो करोड़ 45 लाख 83 हजार 558 पर पहुंच गई ।

416 लोगों की गई जान – Corona india

देशभर में सोमवार को 416 लोगों की कोरोना से मौत हो गई । इसमें सबसे ज्यादा महाराष्ट्र में 293 मौतें दर्ज की गई । इसके अलावा , उत्तर प्रदेश में 51 , गुजरात व दिल्ली में 20-20 , ओडिशा Ke में 14 , तेलंगाना में 10 , जम्मू – कश्मीर में छह , और पुडुचेरी में दो मौतें भी इसमें शामिल हैं ।

हजार से कम नए केस-corona india

so दिल्ली में एक बार फिर हजार से कम नए मामले सामने आए हैं । 707 नए मामलों के साथ केंद्र शासित राज्य में अब तक सामने आए कुल संक्रमितों की संख्या एक लाख 46 हजार को पार कर गई है ।

डेंगू के वार से कोरोना की हारcorona india

एक जानलेवा बीमारी के इलाज में दूसरी जानलेवा बीमारी वरदान साबित हुई है । कोलकाता के एमआर बांगुर अस्पताल में इस तरह का मामला सामने आया है । गत एक अगस्त को वहां दिलीप कर्मकार नामक 52 साल के व्यक्ति को कोरोना और डेंगू ,

दोनों से पीड़ित हालत में भर्ती कराया गया था । डॉक्टरों को समझ नहीं आ रहा था कि पहले कोरोना का इलाज शुरू करें या फिर डेंगू का , But डेंगू के कारण ही मुश्किलें आसान होती चली गईं ।

दरअसल , कोरोना के ज्यादातर मामलों में रक्त नलिकाओं में खून के थक्के जमने शुरू हो जाते हैं ।

यही कोरोना से होने वाली मौतों का बड़ा कारण बनता है । चूंकि , मरीज डेंगू से भी पीड़ित था , so उसके खून में प्लेटलेट की मात्रा कम हो गई थी । इस कारण खून के थक्के बहुत कम जम रहे थे ।

यही उनके इलाज में कारगर साबित हुआ । कोरोना उन पर हावी नहीं हो पाया और उन्होंने आसानी से उसे मात दे दी । अस्पताल के एक चिकित्सक ने बताया कि लाल रक्त कणिकाओं पर कोरोना वायरस हमला करके ऐसी परिस्थितियां पैदा कर देते हैं कि रक्त नलिकाओं में खून के थक्के जमने शुरू हो जाते हैं ।

कोरोना के मरीजों के लिए , यही सबसे बड़ी समस्या बन जाती है , जो बहुधा जानलेवा साबित होती है । इसकी वजह से फेफड़े और दिल में विभिन्न तरह की समस्याएं पैदा होती हैं ।

इसे टालने के लिए कोरोना के मरीजों को कई बार एंटी क्वागुलेटरी दवाएं दी जाती हैं । इस मामले में मरीज के डेंगू पीड़ित होने के कारण यह तरीका अपनाना संभव नहीं था,

But डेंगू ही उनके लिए वरदान साबित हो गया । मरीज को रक्तचाप की समस्या थी ।

so जिस समय उन्हें भर्ती कराया गया था , उस समय उनका रक्तचाप 60 बाई 40 था । वे नियमित रूप से यूरिक एसिड से संबंधित दवाइयां भी ले रहे थे ।

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