Coding Kya Hai । फ्री में ऑनलाइन कोडिंग कैसे सीखे।

Coding Kya Hai

इंटरनेट और टेक्नोलॉजी का विस्तार बहुत तेजी से बढ़ रहा है जिसमें सबसे बड़ा योगदान स्मार्टफोन और कंप्यूटर का है,(Coding Kya Hai) हम अपने सारे काम ऑनलाइन कर सकते हैं फिर चाहे वह बैंकिंग के रिलेटेड हो या शिक्षा के संबंधित किसी भी तरह के काम को करने के लिए हम अलग-अलग तरह के वेबसाइट और ऐप का इस्तेमाल करते हैं, उस ऐप और वेबसाइट पर जितने भी कंटेंट,लेआउट और फंक्शनैलिटी दिख रहे हैं उसे बनाने के लिए डेवलपर के द्वारा Coding का इस्तेमाल किया जाता है।

हम जितने भी Smart devices,वेबसाइट्स, गेम्स, app या फिर सॉफ्टवेयर का उपयोग करते है, उनसभी को बनाने के लिए डेवलपर द्वारा प्रोगरामिंग और कोडिंग की जाती है। सरकार के द्वारा digitalization और टेक्नोलॉजी को और बढ़ावा देने के लिए नई शिक्षा नीति लाई गई जिसमे 6th क्लास के बाद कोडिंग सिखाने के concept पर ध्यान दिया गया है, जिसके बाद बहुत लोग जानना चाहते है की Coding kya hai, coding mein kitne languages hote hai, coding kaise sikhe।

Coding Kya Hai
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कोडिंग क्या होती है | What is coding in hindi

कंप्यूटर कि अपनी लैंग्वेज होती है जिसे हम लोग मशीन कोड कहते हैं, इसके सारे प्रोग्राम कोडिंग के द्वारा ही डिज़ाइन किये जाते हैं, कोडिंग के जरिए ही हम किसी स्मार्ट डिवाइस को बताते हैं कि उसे क्या करना है, हम जो कुछ भी फंक्शनैलिटी दिखाई देती है उसके पीछे फ्रंट एन्ड और बैक एन्ड होता है जिससे हम डिवाइसेज का उपयोग कर पाते हैं।

Coding Kya Hai एक प्रोग्रामिंग का रूप है, इसके बहोत सारी लैंग्वेज होती है जैसे कि html, C++, Java, PYTHON,PHP , MYSQL etc जिसे हम सॉफ्टवेयर वेबसाइट्स और एंड्राइड ऐप्प डेवलपमेंट के लिये इस्तेमाल करते हैं प्रोगरामिंग या कोडिंग करने के लिए आपको coding sikhne की जरूरत होती है।

कोडिंग का अर्थ – Coding Meaning in Hindi

Coding Kya Hai कोडिंग को आसान शब्दों में समझें तो यह ऐसा लैंग्वेज होता है जिसे इंसानों द्वारा लिखा जाता है जो कंप्यूटर को समझ में आता हैं उसी प्रोग्रामिंग कोड के दिये गए दिशा निर्देशों पर कोई भी स्मार्ट डिवाइस, सॉफ्टवेयर काम करती है.

कोडिंग कैसे काम करता है – How Coding Works Meaning in Hindi

Coding Kya Hai कोडिंग एक प्रकार का set of instructions होता है जिसे कई तरह के प्रोग्रामिंग लैंग्वेज मे लिखते है और उसे विविन्न टास्क के लिए तैयार किया जाता है. कंप्यूटर ट्रांजिस्टर से बनी इलेक्ट्रॉनिक मशीनें है जो 0 और 1 के instructions की भाषा समझता है जिसे (ON) और बंद(OFF) Concept या बाइनरी कोड भी कहते है।

यह बहुत Complex Concept है इसलिए इतने बड़े-बड़े बाइनरी कोड को याद रख पाना किसी भी व्यक्ति के लिये मुश्किल था। इसलिये बाइनरी कोड को Manage करने लिए अलग – अलग तरह के प्रोग्रामिंग लैंग्वेज बनाए गए जिसे काफि आसानी से प्रोग्रामर लिख सकते है।

कोडिंग से क्या होता है – Coding Kya Hai

प्रोग्रामिंग से किसी भी तरह का softwares, games, App, website, modern devices, digital devices, operating system ,Robotic, AI, ML, Robotic etc बनाने के लिए कोडिंग का इस्तेमाल होता है।

लगभग 700 से ज्यादा प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है जिसे हर प्लेटफार्म के लिए उसके जरूरत के अनुसार बनाई गई है, एप डेवलपमेंट के लिए Java, kotlin जैसे अलग प्रोग्रामिंग लैंग्वेज का उपयोग किया जाता है वही वेबसाइट डेवलपमेंट के लिए JavaScript, HTML और CSS जैसे प्रोग्रामिंग लैंग्वेज का इस्तेमाल किया जाता है।

क्रोम, इंटरनेट एक्सप्लोरर, यूट्यूब, MS office जैसे प्लेटफ्रॉम कोडिंग के जरिए ही बनाए गए है Adrak Ke 28 Fayde

Coding के प्रकार – Type of Coding In Hindi

Coding Kya Hai
Coding Kya Hai

Coding Kya Hai कोडिंग तो वैसे कई प्रकार की होती है, लेकिन हम आपको नीचे कुछ ऐसे कोडिंग लैंग्वेज के बारे में बताएंगे जो सबसे ज्यादा पॉपुलर और जिसका उपयोग सबसे ज्यादा किया जाता है :

  1. C Language : ये बहुत ही पुरानी और सबसे ज्यादा Popular लैंग्वेज है जो 1970 के दशक से ही चल रहा है, इसे कंप्यूटर ऑपरेटिंग सिस्टीम के बनाया गया था, इस Language को प्रोग्रामिंग का Base भी कहते है क्योंकि PHP,Java, JavaScript, और लैंग्वेज के syntax सभी C Language के उपर ही बेस्ड है।
  2. HTML: इस कोडिंग लैंग्वेज का सबसे ज्यादा उपयोग वेबसाइट बनाने के लिए किया जाता है, इसका पूरा नाम हाइपर text मार्कअप लैंग्वेज है जो 1980 के दशक से चल रहा है, इसमें सबसे जरूरी होता है tag जिसका उपयोग हम सही से nhi करेंगे तो html काम नही करेगा।
  3. Java : ये भी एक High Level प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है, जिसका सबसे जायदा इस्तेमाल app बनाने के लिए होता है, इसका इस्तेमाल 1990 से किया जा रहा है, इसे नेटवर्क एप्लीकेशन बनाने के लिए ही डिज़ाइन किया गया है अभी के समय में अधिकतर एप्लीकेशन JAVA के हि इस्तेमाल से बने हैं ।
  4. C++ Language : ये बहुत ही पावरफुल Programming Language है जिसे 1985 से उपयोग किया जा रहा है इसकी मदद से गेम्स, सॉफ्टवेयर और ऑपरेटिंग सिस्टिम को डेवलप करने के लिए किया जाता है। ये प्रोग्रामिंग लैंग्वेज बहुत ही फ्लेक्सिबल है और अलग अलग तरह के प्रोग्रामिंग को सपोर्ट करता है।
  5. Java script : इसका इस्तेमाल Web Design करने के लिए किया जाता है ये बहुत Light Weight होती है और इसमें High Level की स्क्रिप्टिंग लैंग्वेज होती है इसका इस्तेमाल 1995 से किया जा रहा है।
  6. CSS : इसका उपयोग वेबसाइट डिजाइनिंग के लिए होता है जिसमें वेबपेज के कलर फोंट और layout को डिजाइन और कस्टमाइज किया जाता है इसे “Cascading Style Sheet” कहते हैं जिसकी मदद से HTML Document को अट्रैक्टिव बनाया जाता है और यह किसी भी XML based markup language के साथ उपयोग हो सकता है।
  7. PHP : इसका उपयोग वेब डेवलपमेंट के लिए किया जाता है, ये General purpose scripting लैंग्वेज है जिससे इंटरैक्टिव और डायनामिक webpage बना सकते है। Facebook को PHP कोड के स्तेमाल से बनाया गया है।
  8. Python : ये भी एक प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है लेकिन यह एचटीएमएल , सीएसएस जावास्क्रिप्ट से बिल्कुल अलग है इसका इस्तेमाल Server Side Programming ओर डेटा साइंस मे किया जाता है.
  9. Ruby : ये भी हाई लेवल General Purpose प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है जिसका इस्तेमाल ज्यादातर वेब डेवलपमेंट के लिए किया जाता है.

कोडिंग सिखने के फायदे – Coding sikhne ke fayde

Coding Kya Hai
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पूरी दुनिया डिजिटलाइजेशन के तरफ आगे बढ़ रही है जहां सारे काम ऑनलाइन किए जा रहे हैं ऐसे मे Machin Learning और Artificial Intelligence जैसे टेक्नोलॉजी का उपयोग होना शुरू हो गया है, इसलिये सिक्षा नीति मे भी बदलाव करके कोडिंग पर खास ध्यान दिया जा रहा है इसे सीखकर कर विभिन तरह के फायदे मिलेंगे जैसे की :

  • पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा जॉब IT और CS सेक्टर मे है ओर इसकी मांग फ्यूचर मे भी रहेगी।
  • इस फील्ड मे सबसे ज्यादा सैलरी पैकेज मिलता है ओर फ्यूचर ग्रोथ भी ज्यादा होता है।
  • इस फिल्ड में कई तरह की job opportunity है।
  • कोडिंग सीखने के बाद आप freelancer बनकर भी काम करके पैसे कमा सकते हो।
  • आप खुद का वेबसाईट,APP या सॉफ्टवेर बनाकर भी पैसे कमा सकते हो।
  • कोडिंग के ज़रिए विजुअल इफेक्ट्स (VFX), मोबाइल या पीसी के लिए गेम भी बना सकते है।
  • कोडिंग का इस्तेमाल फिल्मों और वीडियो में स्पेशल इफेक्ट डालने के लिए भी किया जाता है।
  • कोडिंग सीखने से आपका logical thinking power पावर बड़ता है।
  • कोडिंग सीखने से Problem Solving ability मे भी बदोतरी होती है.
  • इसमें हमारा concentration पावर भी बढ़ता है क्योंकि कोडिंग करते समय काफी फोकस रखना पड़ता है।
  • Coding से अगर चाहे तो आज के टाइम के सारे मॉडर्न प्रोब्लम सॉल्व कर सकते है।

कोडिंग कैसे सीखे – Coding kaise sikhe – Coding Kya Hai

Coding Kya Hai कोडिंग सीखकर अपना कैरियर बनाना चाहते हैं तो सबसे बेहतर विकल्प है आप 10th क्लास के बाद PCM स्ट्रीम को चुने और B.tech कंप्यूटर साइंस में अपना ग्रेजुएशन कंप्लीट करें किसी अच्छी यूनिवर्सिटी या कॉलेज से जिसके बाद आपका कैरियर किसी अच्छे कंपनी में अच्छी सैलरी के साथ शुरू होगा।

अगर आप B.tech नहीं करना चाहते हैं तो BCA या MCA डिग्री के जरिए भी कोडिंग सीख सकते हैं इसमें भी आपको काफी अच्छे करियर के विकल्प मिल जाएंगे।

लेकिन कोडिंग के लिए यह भी जरूरी नहीं कि आप किसी डिग्री के पीछे जाएं या फिर कोई स्पेसिफिक स्ट्रीम को चुने आप इंडिविजुअली भी कोडिंग सीख सकते हैं किसी अच्छे ऑफलाइन इंस्टिट्यूट या फिर ऑनलाइन प्लेटफार्म से जिसमें आपको सबसे पहले शुरुआत HTML और CSS सीख कर करना होगा। Badam Khane Ke Fayde

एंड्राइड एप्लीकेशन और iOS एप्लीकेशन डेवलपमेंट के लिए आपको Java, Kotlin और Flutter आदि लैंग्वेज सीखना होगा। इसके अलावा payment system इंटीग्रेशन,डेटाबेस और सुरक्षा से जुड़ी अधिक interactive वेबसाइट के लिए PHP, SQL, Python और Javascript जैसी लैंग्वेज सीखनी होगी।

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Offline Coding कैसे सीखे?

Coding Kya Hai अगर आप किसी भी तरह की अंडर ग्रैजुएट डिग्री नहीं लेना चाहते हैं और इंडिविजुअली सीखना चाहते हैं तो आप किसी भी अच्छे शहर के ऑफलाइन कोचिंग सेंटर से किताबों के माध्यम से कोडिंग सीख सकते हैं। सबसे अच्छी कोचिंग सेंटर आपको दिल्ली मुंबई हैदराबाद पुणे नोएडा जैसे शहरों में मिल जाएगी आप अपनी लोकल एरिया में पता करने के लिए गूगल के जरिए सर्च कर सकते है।

Online Coding कैसे सीखे?

Coding Kya Hai ऑनलाइन कोडिंग सीखने के लिए बहुत सारी अच्छी वेबसाइट है, जो बेसिक से एडवांस लेवल तक की कोडिंग सिखाते हैं बहुत सारी वेबसाइट बेसिक्स फ्री में भी सिखाती है और एडवांस सीखने के लिए आपको कुछ रुपए देने होते हैं

हमारी नजर में w3schools.com, khanacademy.org tutorialspoint.com, Coursera, Udacity, EDX और Udemy जैसी बहुत अच्छी वेबसाइट है जिसमें आप बेसिक्स आसानी से सीख सकते हैं और डिटेल में कोर्स को सीखने के लिए आप इनके कोर्स खरीद सकते हैं । बच्चों को Coding सीखना है तो सबसे बेहतरीन प्लेटफार्म है White Hat JR.

फ्री में कोडिंग कैसे सीखे – Coding Kya Hai

Coding Kya Hai आप चाहे तो फ्री में ऑनलाइन भी कोडिंग सीख सकते हैं जिसमें बहुत सारे ऐसे यूट्यूब चैनल है जिसके माध्यम से आप कोडिंग सीख सकते हैं हमारी नजर में सबसे बेहतरीन यूट्यूब चैनल CodewithHarry है, Harris Ali Khan जो खुद I IT Kharagpur से ग्रेजुएट है और यह आपको अपनी चैनल पर बेसिक से एडवांस लेवल तक की हर लैंग्वेज में कोडिंग सिखाते हैं और फ्री में उसके नोट्स भी प्रोवाइड करवाते हैं। अगर आप इनके कोडिंग के वीडियोस को सीरियस होकर सीखोगे तो आप बहुत आसानी से ऐप और वेबसाइट डेवलपमेंट कर लोगे।

इसके इन यूट्यूब चैनल को भी आप कोडिंग सीखने के लिए preference दे सकते हो जैसे कि FreeCodeCamp.org MySirG,websofttutorials और C++ by Saurabh Shukla Sir.

geeksofgeek.org ये सबसे अच्छा tutorial platform जहां पर दुनिया भर के कोडिंग एक्सपोर्ट्स अपने ब्लॉग लिखकर शेयर करते हैं और इस पर हर तरह की प्रोग्रामिंग लैंग्वेज का पूरा रेफरेंस a to z मटेरियल मिल जाता है और इस वेबसाइट पर कोडिंग की प्रैक्टिस भी कर सकते हैं। Gora Hone Ki Night Cream

प्रोग्रामिंग और कोडिंग में क्या अंतर है – Programming vs Coding in Hindi

Coding Kya Hai बहुत सारे लोग कंफ्यूज हो जाते हैं प्रोग्रामिंग और कोडिंग में तो दोनों के बीच थोड़ा सा अंतर है चलिए उसे जानते हैं ।

Programming सॉफ्टवेयर बनाने और डिजाइन करने की प्रक्रिया होती है वहि कोडिंग Human लैंग्वेज से मशीन लैंग्वेज में कोड लिखकर किसी भी प्रोग्राम को परफॉर्म करने की प्रक्रिया होती है।

प्रोग्रामिंग करने के लिए जहां Data Structure, Algorithm, Problem Modelling, और Project Management की नॉलेज चाहिए होती है वही कोडिंग करने के लिए प्रोग्रामिंग लैंग्वेज और Basic Syntax का नॉलेज चाहिए होता है।

जहां प्रोग्रामिंग करने के लिए Modelling Framework, Analysing Tool, Testing Framework, इत्यादि का इस्तेमाल होता है वहि Coding हम किसी भी Text, Code Editor,Notepad++ या Sublime Text में कर सकते है।

प्रोग्रामिंग का काम करने के लिए ज्यादा एक्सपीरियंस की आवश्यकता होती है वहि कोडिंग हम काम एक्सपेंस में भी कर सकते हैं।

कोडिंग जहां प्रोग्राम का छोटा हिस्सा होता है जिसमें किसी एक लैंग्वेज को दूसरी लैंग्वेज में बदल सकते हैं वही प्रोग्रामिंग एक जटिल प्रोसेस होता है जिसमें किसी भी एप्लीकेशन या मशीन को चलाने के लिए अलग-अलग चीजों से input से लेकर output प्रोग्राम तैयार करके इस्तेमाल करने के लिए तैयार एप्लीकेशन होता है। Bitter Gourd In Hindi

Coding मे जहां अलग-अलग तरह के कंप्यूटर लैंग्वेज सीखने होती है जैसे कि C+, java , python आदि वही प्रोग्रामिंग करने के लिए एक प्रोग्रामर को लैंग्वेजइज के अलावा मशीन से जुड़े सभी छोटे बड़े एल्गोरिथ्म, प्रोग्राम की debugging जैसी बहुत सी चीजों को सीखना होता है ।

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